हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,सच्चे दिल से किया गया प्रोत्साहन और प्रशंसा एक कलात्मक निर्माण की तरह है जो आपके बच्चे की आत्मा में आत्मविश्वास की मजबूत नींव रखता है।यह शब्दों का चमत्कार उनकी कोशिशों को महत्व देता है, उनकी क्षमताओं को निखारता है और उनके लक्ष्यों और सपनों तक पहुँचने के रास्ते को आत्म-विश्वास के दीपक से रौशन करता है।
आधुनिक दुनिया के शोर शराबे में, एक माँ की बच्चों के लिए कोमल प्रोत्साहना और प्रशंसा से भरी आवाज़ वह सबसे शक्तिशाली हथियार है, जो आज के बच्चों को कल के चमकते सितारों में बदल सकती है।
बच्चे की "कोशिशों और गतिविधियों" पर ध्यान दें, भले ही वह उनसे "इच्छित परिणाम" न भी प्राप्त कर पाए।उसकी "सकारात्मक विशेषताओं" की सराहना करें और बताएं कि वह कितना "बुद्धिमान, दयालु और रचनात्मक प्रतिभा" का धनी है।
उसे "हौसला" दें और कहें कि वह "हर उस चीज़" को हासिल कर सकता है, जिसका वह दृढ़ संकल्प करे।प्रोत्साहन और प्रशंसा" बच्चे के "आत्मविश्वास" को मजबूत बनाते हैं और उसे "अपने सपनों को पूरा करने" के लिए प्रेरित करते हैं।
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